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Showing posts from 2024

पुरानी और उपयोग की गई कारों की बिक्री पर जीएसटी: संदेह और गलतफहमि

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आर्यन प्रेम राणा, संस्थापक  #VRIGHTPATH हाल ही में  आयोजित जीएसटी परिषद की बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी पुरानी और उपयोग की गई गाड़ियों की बिक्री पर एक समान 18% जीएसटी दर का प्रस्ताव रखा। पहले इन पर जीएसटी दर 5% से 28% के बीच भिन्न होती थी। वित्त मंत्री ने समझाया, “मान लीजिए आपने ₹12 लाख में एक कार खरीदी और उसे ₹9 लाख में बेच दिया, तो ₹3 लाख पर 18% जीएसटी लागू होगा।” इस बयान ने कुछ भ्रम पैदा किया है, जिसमें कई लोगों ने इसे "घाटे पर कर लगाने" के रूप में गलत समझा है। इस गलतफहमी के कारण सोशल मीडिया पर कई अटकलें और भ्रम उत्पन्न हो गए हैं।  चलिए आपके सभी संदेह और गलतफहमियों को दूर करते है। यह नियम किन पर लागू होता है? पुरानी गाड़ियों पर 18% जीएसटी केवल जीएसटी-पंजीकृत डीलरों पर लागू होता है—ऐसे व्यवसायों या कंपनियों पर जो पुरानी गाड़ियों की खरीद-फरोख्त करते हैं। इसमें Cars24, Spinny और अन्य इसी प्रकार की कंपनियाँ शामिल हैं। उदाहरण: यदि एक कार डीलर ₹10 लाख में एक पुरानी कार खरीदता है और उसे ₹12 लाख में बेचता है, तो ₹2 लाख के मुनाफे पर 18% जीएसटी लगाया जाएगा। खरीदा...

डॉ. अंबेडकर पर विवाद: कांग्रेस की ऐतिहासिक उपेक्षा और राजनीतिक दोहरे मापदंड उजागर

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  केंद्रीय गृहमंत्री  अमित शाह के डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर विपक्षी दलों द्वारा की गई आलोचना ने एक ऐसा अवसर दिया है, जिसमें कांग्रेस की ऐतिहासिक नीतियों और उनके द्वारा अंबेडकर जैसे महान विभूतियों की उपेक्षा को उजागर किया जा सकता है। जबकि शाह या बीजेपी का उद्देश्य अंबेडकर का अपमान करना नहीं था, विपक्ष ने इसे राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दा बना लिया। कांग्रेस के रिकॉर्ड की पड़ताल से यह स्पष्ट होता है कि उनकी राजनीति अक्सर चयनात्मक सम्मान और आत्म-प्रचार तक सीमित रही है। 1. डॉ. अंबेडकर की उपेक्षा: कांग्रेस का ऐतिहासिक रिकॉर्ड डॉ. भीमराव अंबेडकर, जो भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार और सामाजिक न्याय के प्रतीक थे, को कांग्रेस के 50 साल से अधिक शासनकाल के दौरान भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया गया। 1990 में जनता दल की सरकार (बीजेपी के समर्थन से) ने अंबेडकर को मरणोपरांत भारत रत्न प्रदान किया। यह देरी कांग्रेस के उनके प्रति ऐतिहासिक उपेक्षा को उजागर करती है। इसके विपरीत, बीजेपी ने अंबेडकर की विरासत को सक्रिय रूप से मान्यता दी है और उनके योगदान को सार्वजनिक जीवन और शासन में ...

देवभूमि लोक कला उद्गम चैरिटेबल ट्रस्ट और उत्तराखंडी समाज ऐरोली द्वारा जरुरतमंदों को व्हीलचेयर वितरण एवं माता की चौकी का भव्य आयोजन

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  ऐरोली, नवी मुंबई: दुर्गा पूजा महोत्सव 2024 के श्रीमद् देवी भागवत कथा महापुराण (अध्याय 3) की भव्य सफलता के उपलक्ष्य में देवभूमि लोक कला उद्गम चैरिटेबल ट्रस्ट और उत्तराखंडी समाज ऐरोली द्वारा रविवार, 8 दिसंबर 2024 को सप्तश्रृंगी माता मंदिर (सेक्टर-3, ऐरोली) में जरूरतमंदों को व्हीलचेयर प्रदान करने और माता की चौकी का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था बल्कि समाजसेवा और एकजुटता का संदेश भी देता है। समाज के सभी वर्गों ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं इस भव्य आयोजन में श्री गंगोत्री मित्र मंडल भजन मंडली (ऐरोली) और आदिशक्ति भजन मंडली (ऐरोली) ने भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति दी। माता की चौकी के दौरान, समाजहित में उत्कृष्ट कार्य कर रही महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया गया। इसके साथ ही, सभी भक्तों के लिए महाप्रसाद और अल्पाहार की व्यवस्था की गई। समाजसेवा और ट्रस्ट का योगदान देवभूमि चैरिटेबल ट्रस्ट हर वर्ष दुर्गा पूजा महोत्सव के माध्यम से दिव्यांगों और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा में सहायता, मुफ्त चिकित्स...

महाराष्ट्र: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ मुंबई में प्रदर्शन

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 रविवार 8 November 2024 को मुंबई के घाटकोपर,  ठाणे  और वाशी (नवी मुंबई) में हिंदू समुदाय, नागरिकों और विभिन्न संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ एक प्रदर्शन मार्च का आयोजन किया। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में हाल ही में सत्ता परिवर्तन के बाद अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों और अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त की।  आर्यन प्रेम राणा, #VRIGHTPATH ग्रुप के संस्थापक ( New tab  ) ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप और समर्थन की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय सरकार और वैश्विक संस्थानों से इन गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की अपील की। राणा ने भारत और दुनिया भर में हिंदू और अन्य समुदायों के सदस्यों से आग्रह किया कि वे ऐसे अमानवीय कृत्यों और अत्याचारों के खिलाफ एकजुट हों। उन्होंने अपने-अपने स्थानों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन मार्च आयोजित कर एक मजबूत और स्पष्ट संदेश देने की अपील की। मोहम्मद यूनुस सरकार पर आरोप प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की नई सरकार, जो...

अम्बेडकर की चेतावनी के विपरीत: दलित समुदाय का राजनीतिक मुस्लिम समर्थन एक विडंबना

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 आर्यन प्रेम राणा, संस्थापक #VRIGHTPATH (www.vrightpath.com  New tab ) आज, जब हम 6 दिसंबर को पड़ने वाली डॉ. भीमराव अंबेडकर के 68वे परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, तो मैं हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से निकले कुछ गहरे और महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करना चाहता हूँ। इन चुनावों में बीजेपी और उसके सहयोगी—एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में पहली बार विपक्ष का नेता नहीं होगा। यह चुनाव एक अभूतपूर्व राजनीतिक एकजुटता का संकेत देता है, जो 2024 के लोकसभा चुनावों से बिल्कुल अलग है, जहां विपक्षी पार्टियों ने संविधान के नाम पर डर फैलाकर विभाजन पैदा करने में सफलता हासिल की थी। विशेष रूप से, एक उल्लेखनीय परिवर्तन यह है कि हिंदुओं के बीच जातिगत विभाजन धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं, और एक व्यापक एकता का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। यह चुनाव राजनीतिक एकता की एक नई मिसाल पेश करता है। लेकिन एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि जहाँ जातिगत आधार पर बँटे हुए हिंदू अब एक...